जय क्षात्र धर्म----
===मोदी सरकार से क्षत्रियों की मांग भाग-1===
मित्रों हाल ही में नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि आगामी 09 मई को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी,इस घोषणा से क्षत्रिय समाज में ख़ुशी की लहर है,
क्षत्रिय समाज हमेशा से भाजपा की रीढ़ रहा हैँ।क्षत्रिय समाज ने हमेशा से भाजपा को बिना किसी स्वार्थ के समर्थन दिया है जबकि आज तक क्षत्रियोँ को भाजपा से इसके बदले कुछ नहीँ मिला। बल्कि भाजपा और उसकी सरकारोँ ने हमेशा क्षत्रियोँ हित के विरोध में ही काम किया है फिर भी क्षत्रिय कट्टर राष्ट्रवादी होने की वजह से हमेशा भाजपा का समर्थन करता रहा हैँ।इस बार भी केंद्र में मोदी सरकार को लाने में क्षत्रिय समाज का सबसे अहम योगदान हैं। इसलिये मोदी सरकार से क्षत्रियोँ की अपेक्षाए होना अवश्यम्भावी है।
लेकिन ये हमे भी पता है की भले ही भाजपा हमारे वोटों से जीते लेकिन वो ग़ुलामी हमेशा उन लोगोँ की करेगी जिनके वोट के लिये उसे हाथ फ़ैलाने पड़ते है और जो निर्मम होकर उससे अपनी मांगे मनवाते है।
इस अवसर पर हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को एक मांगपत्र भेज रहे हैं,
इस मांगपत्र को हम अलग-अलग पोस्ट के माध्यम से आपके साथ शेयर कर रहे हैं,
कृपया इन्हे पढ़ें और इसमें संशोधन हेतु अपने सुझाव भी दें,
==मोदी सरकार से क्षत्रियों की माँग भाग संख्या--1 ==
मोदी सरकार से राजपूतो और सर्व समाज के देशभक्तो की मांग------
महाराणा प्रताप जयंती पर पूरे देश में सरकारी अवकाश घोषित किया जाए। अगर महाराणा की जयंती पर भी अवकाश नही होगा, तो फिर किस पर होगा??? गांधी- नेहरू- पटेल जैसो के लिये अवकाश हो सकता है और केंद्र सरकार उनकी जयंतिया जोर शोर से मना सकती है तो हिन्दू धर्म रक्षक महाराणा प्रताप की जयंती पर क्यों नही????
अगर महाराणा के देश और धर्म के लिये बलिदान के प्रति आपके मन में थोडा भी सम्मान है तो इस पोस्ट को इतना शेयर करो की केंद्र सरकार को महाराणा प्रताप की जयंती 9 मई को ना केवल सरकारी अवकाश ब्लकि हमेशा के लिये gazetted holiday घोषित करने पर विवश होना पड़े.……………
========================== =
जातिगत आरक्षण की समाप्ति अथवा सुधार--------
वैसे तो आरक्षण जैसे मुद्दे पर हमे भाजपा से कोई उम्मीद नहीँ हैँ क्योंकि मोदी जी में भी इतना दम नहीँ है,उल्टा भाजपा वोटबैंक मजबूत करने के लिए प्राइवेट सेक्टर और प्रमोशन में भी आरक्षण की सौगात हमे दे सकती हैं।
बीजेपी वही पार्टी है जिसने हर प्रकार से सम्पन्न जाट जाति को ओबीसी आरक्षण दिया और अब सुप्रीम कोर्ट में जाटों के लिए लड़ रही है,
मोदी जी से मांग है कि मौजूद आरक्षण व्यवस्था को भंग करके या तो आरक्षण बिलकुल समाप्त किया जाए या इसे आर्थिक आधार पर लागु किया जाए।
अगर जाति के आधार पर ही आरक्षण लागु करना अवश्यम्भावी हो तो ओबीसी की सूची से जाट अहीर गुज्जर कुर्मी जैसी सक्षम जातियों को बाहर किया जाए।जिससे असली पिछडो को लाभ मिल सके,क्योंकि ओबीसी आरक्षण का 90% हिस्सा यही जातियां चट कर जाती हैं,
अगर इन्हे बाहर नहीं किया जा सकता है तो ओबीसी सूची से अति पिछड़ी जातियों जैसे बढ़ई,कुम्हार,नाइ,लोहार,जोगी ,कहार,माली आदि गरीब वर्गों को निकालकर उन्हें अनुसूचित जाति वर्ग में डाल दिया जाए,
और ओबीसी वर्ग को समाप्त कर उसके स्थान पर किसान वर्ग बनाया जाए जिसमे अहीर, जाट,गुर्जर, सैनी, राजपूत, त्यागी,भूमिहार जैसी समस्त किसान जातियों को रखा जाए,जिन्हे 27% आरक्षण दिया जाए.
ब्राह्मण वैश्यों में भी गरीब परिवारो को उन्नति के उचित उपाय किये जाएं।
शिक्षा,स्वास्थ्य क्षेत्र से हर हाल में आरक्षण समाप्त कर दिया जाए,अयोग्य शिक्षक और डॉक्टर समाज के लिए अत्यंत घातक सिद्ध होंगे।।।
क्रमश:.................... ....................
शेष अगले भाग मे
===मोदी सरकार से क्षत्रियों की मांग भाग-1===
मित्रों हाल ही में नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि आगामी 09 मई को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी,इस घोषणा से क्षत्रिय समाज में ख़ुशी की लहर है,
क्षत्रिय समाज हमेशा से भाजपा की रीढ़ रहा हैँ।क्षत्रिय समाज ने हमेशा से भाजपा को बिना किसी स्वार्थ के समर्थन दिया है जबकि आज तक क्षत्रियोँ को भाजपा से इसके बदले कुछ नहीँ मिला। बल्कि भाजपा और उसकी सरकारोँ ने हमेशा क्षत्रियोँ हित के विरोध में ही काम किया है फिर भी क्षत्रिय कट्टर राष्ट्रवादी होने की वजह से हमेशा भाजपा का समर्थन करता रहा हैँ।इस बार भी केंद्र में मोदी सरकार को लाने में क्षत्रिय समाज का सबसे अहम योगदान हैं। इसलिये मोदी सरकार से क्षत्रियोँ की अपेक्षाए होना अवश्यम्भावी है।
लेकिन ये हमे भी पता है की भले ही भाजपा हमारे वोटों से जीते लेकिन वो ग़ुलामी हमेशा उन लोगोँ की करेगी जिनके वोट के लिये उसे हाथ फ़ैलाने पड़ते है और जो निर्मम होकर उससे अपनी मांगे मनवाते है।
इस अवसर पर हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को एक मांगपत्र भेज रहे हैं,
इस मांगपत्र को हम अलग-अलग पोस्ट के माध्यम से आपके साथ शेयर कर रहे हैं,
कृपया इन्हे पढ़ें और इसमें संशोधन हेतु अपने सुझाव भी दें,
==मोदी सरकार से क्षत्रियों की माँग भाग संख्या--1 ==
मोदी सरकार से राजपूतो और सर्व समाज के देशभक्तो की मांग------
महाराणा प्रताप जयंती पर पूरे देश में सरकारी अवकाश घोषित किया जाए। अगर महाराणा की जयंती पर भी अवकाश नही होगा, तो फिर किस पर होगा??? गांधी- नेहरू- पटेल जैसो के लिये अवकाश हो सकता है और केंद्र सरकार उनकी जयंतिया जोर शोर से मना सकती है तो हिन्दू धर्म रक्षक महाराणा प्रताप की जयंती पर क्यों नही????
अगर महाराणा के देश और धर्म के लिये बलिदान के प्रति आपके मन में थोडा भी सम्मान है तो इस पोस्ट को इतना शेयर करो की केंद्र सरकार को महाराणा प्रताप की जयंती 9 मई को ना केवल सरकारी अवकाश ब्लकि हमेशा के लिये gazetted holiday घोषित करने पर विवश होना पड़े.……………
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जातिगत आरक्षण की समाप्ति अथवा सुधार--------
वैसे तो आरक्षण जैसे मुद्दे पर हमे भाजपा से कोई उम्मीद नहीँ हैँ क्योंकि मोदी जी में भी इतना दम नहीँ है,उल्टा भाजपा वोटबैंक मजबूत करने के लिए प्राइवेट सेक्टर और प्रमोशन में भी आरक्षण की सौगात हमे दे सकती हैं।
बीजेपी वही पार्टी है जिसने हर प्रकार से सम्पन्न जाट जाति को ओबीसी आरक्षण दिया और अब सुप्रीम कोर्ट में जाटों के लिए लड़ रही है,
मोदी जी से मांग है कि मौजूद आरक्षण व्यवस्था को भंग करके या तो आरक्षण बिलकुल समाप्त किया जाए या इसे आर्थिक आधार पर लागु किया जाए।
अगर जाति के आधार पर ही आरक्षण लागु करना अवश्यम्भावी हो तो ओबीसी की सूची से जाट अहीर गुज्जर कुर्मी जैसी सक्षम जातियों को बाहर किया जाए।जिससे असली पिछडो को लाभ मिल सके,क्योंकि ओबीसी आरक्षण का 90% हिस्सा यही जातियां चट कर जाती हैं,
अगर इन्हे बाहर नहीं किया जा सकता है तो ओबीसी सूची से अति पिछड़ी जातियों जैसे बढ़ई,कुम्हार,नाइ,लोहार,जोगी
और ओबीसी वर्ग को समाप्त कर उसके स्थान पर किसान वर्ग बनाया जाए जिसमे अहीर, जाट,गुर्जर, सैनी, राजपूत, त्यागी,भूमिहार जैसी समस्त किसान जातियों को रखा जाए,जिन्हे 27% आरक्षण दिया जाए.
ब्राह्मण वैश्यों में भी गरीब परिवारो को उन्नति के उचित उपाय किये जाएं।
शिक्षा,स्वास्थ्य क्षेत्र से हर हाल में आरक्षण समाप्त कर दिया जाए,अयोग्य शिक्षक और डॉक्टर समाज के लिए अत्यंत घातक सिद्ध होंगे।।।
क्रमश:....................
शेष अगले भाग मे
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